मंजिल पर खड़ा हूँ मै, मगर रास्ते फिर भी है...
तुम पास तो हो मेरे....
यूँ तो चांदनी भी है, रौशनी भी है,
लेकिन दिलों में अँधेरे, फिर भी है...
तुम पास तो हो मेरे...
- हिमांशु डबराल
तुझमे सुनने की तासीर नहीं तो कान बंद रख हमे तो बेबाक बोलने की आदत है ....!!!
No comments:
Post a Comment