Saturday, December 31, 2011

नया साल मुबारक हो...

आप सभी को सपरिवार नववर्ष की हार्दिक शुभकामनायें...नूतन वर्ष आपके जीवन में नयी उमंग नयी तरंग और ढेर सारी खुशियाँ लेकर आये...

-हिमांशु डबराल

Friday, December 2, 2011

वेब का इंडिया टीवी या उसका भी गुरु भास्कर.कॉम...

खबर आयी है की भारत में सबसे ज्यादा देखे जाने वाली वेबसाइट भास्कर.कॉम हो गयी है....मैं काफी पहले से भास्कर.कॉम पढ़ रहा हूँ...शायद जब से शुरू हुई तब से ही, ख़बरों के लिए मेरी पहली पसंदीदा वेबसाइट भास्कर ही है...लेकिन पिछले कुछ समय में लग रहा है की मनोहर कहानियां, सरस सलिल और फुटपाथ पर बिकने वाली किताबों का स्टाफ भास्कर में आ गया है...अन्धविश्वास, अश्लीलता, फूहड़ता के प्रदर्शन की होड़ लगी हुई है...कुछ भी लिख देते है, बिना सोचे समझे...शायद ऑफिस में प्रतियोगिता होती होगी...कौन सबसे फूहड़ ओर अश्लील हेडिंग लिखेगा...फिर ईनाम भी मिलता होगा...पता नही प्रिंट के इतने बढ़िया अख़बार का नाम भास्कर.कॉम वाले क्यों ख़राब कर रहे है...दैनिक भास्कर आज भी अच्छी खबर और अच्छे सम्पादकीय के लिए जाना जाता है...लेकिन .कॉम वालों ने तो कसम खायी है की इसका नाम ख़राब कर कर ही दम लेंगे...

काफी दिनों पहले प्रेस क्लब में बैठा था तो भास्कर.कॉम की बात चल रही थी...मेरे एक मित्र कह रहे थे की 'भास्कर.कॉम में मिर्च-मसाला लिखने वाले लोगों को तो इंटरनेट पर मौजूद अश्लील कहानियों की वेबसाइट वाले हाथों हाथ अच्छे पैकेज पर ले लेंगे'...एक जनाब बोले 'की भाई नयी गालियां सीखनी हो तो भास्कर.कॉम की किसी भी खबर के कमेन्ट पढना, ऐसी-ऐसी गालियां मिलेंगी की तुमने सुनी भी नही होगी, कई बार तो लगता है की वहीँ के लोग बैठ के ये काम भी करते है'...खैर एक बंधू ऐसे भी थे जो पक्ष ले रहे थे उन्होंने कहा 'प्रतिस्पर्धा का दबाब और नौकरी जाने का खतरा ही है जो ऐसा लिखने पर बाध्य करता होगा'... हांलाकि मेरे कुछ मित्र भी वहां है..उनकी मज़बूरी भी समझी जा सकती है... लेकिन गलत को तर्कों का जमा पहनाकर सही नही बनाया जा सकता...सारी हदें पर हो रहीं है...समझ में नही आता की इसे क्या कहा जाये मानसिक दिवालियापन या हिट्स के लिए किसी भी हद तक चले जाने की सोच...जो भी है बहुत ही बुरा और निंदनीय है...और ऊपर से उल्टे जबाब, की लोग देखना चाहते है...अरे भाई इन्टरनेट पर बहुत वेबसाइट है, जिसे देखने वाले देखते है...भास्कर.कॉम पर लोग ख़बरों के लिए आते है...

अब हो सकता है की कुछ दिनों में भास्कर के लेखकों के विज्ञापन भी भास्कर.कॉम में छापेंगे- किसी भी तरह की सेक्स की समस्याओं के इलाज के लिए मिले...फलाना सिनेमा के पीछे भास्कर लेखक ग्रुप...(घबराएँ नही शर्माए नही सीधे चले आयें...)

भास्कर.कॉम की कलाकारी के कुछ तुच्छ से (लेकिन उन की नज़र में उत्कृष्ट) हेडिंग नमूने-

  • नहीं आता आपको सेक्स करना...तो लीजिए इस स्कूल में दाखिला
  • बड़े ब्रेस्ट की लड़की देखें...तो समझ जाएं कि उसकी...
  • सेक्स का मजा लेने में आगे होते हैं नास्तिक
  • सेक्स में खूब धमाल मचाते हैं 'लंबी उंगलियों' वाले...
  • पॉकेट में कंडोम लेकर घूमते हैं युवा...क्या मालूम,...
  • चाहिए सेक्स का अधिक आनंद तो देर किस बात की, पढ़िए...
  • कर्टनी को नहीं है अंतर्वस्त्रों से प्यार, आप खुद...
  • 'बॉल' तो मैदान में है जनाब...यहां क्या कर रहे हैं !
  • बस एक डोज और नारित्व का जलवा दिखेगा हर रोज़
  • इंटरनेट पर पोर्न देखने के सिवा कुछ और नहीं सूझता...
  • इस हॉट बाला के ब्रेस्ट देखकर कहीं उड़ न जाएं आपके...
  • कद्दू खरीदते-खरीदते उत्तेजक हो गईं मोहतरमा और...
  • मोटी महिलाओं को सेक्स करने में आती है शर्म
  • बत्ती बुझाकर करोगे सेक्स...तो नहीं आएगा मज़ा
  • शरीर की आग मिटाने के लिए इस हसीना ने क्या...
  • हॉट गागा के बदन पर लिपटा है यह खुशकिस्मत प्रशंसक
  • उसने भेजी अपनी न्यूड फोटो, फिर मैंने भी दिखा दिए...

-हिमांशु डबराल

(ये विचार मेरे व्यक्तिगत विचार है, ये किसीको भी आहात करने के लिए नही लिखे गये है...बस जो सही लगा वही है)